Tuesday 13 October 2015

यादव पान भण्डार सन्देश पूर्ण स्वस्थ मनोरंजक फिल्म है - जितेश दूबे

फिल्म निर्माता जितेश दूबे की सोच बहुत ही अलग है और उनकी सोच ही सिनेमा के रूपहले परदे पर
सिनेप्रेमियों को मंनोरजन के साथ ही साथ संदेश भी देती है. जीतेश दूबे भले ही फिल्म निर्माता है, पर वह फुल फिल्मी सोच के मालिक है, इसलिए उनको भोजपुरी के शोमैन के नाम से भी जाना जाता है। उनका हर काम अनोखा होता है। उनकी फिल्म का टाइटल को ही ले, ‘धर्मवीर’, ‘मुन्नीबाई नौटंकीवाली’, ‘यादव पान भण्डार’ और अगली फिल्मी होगी ‘मेंहरारू पार्टी जिन्दाबाद’!

शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली उनकी भोजपुरी फिल्म यादव पान भण्डार के पोस्ट प्रोडक्शन के समय स्टूडियो में हुई उनसे बातचीत के प्रमुख अंश -
जितेश दूबे जी आपकी लगभग सभी फिल्में सफल रही है और बाक्स आॅफिस पर 
धमाल मचाई है, इस सफलता का क्या राज है?
मैं हमेशा से ही फिल्म इंडस्ट्री को अलग हटके कुछ नया और यूनिक देना चाहता हूँ और सफलता भी मिली है. मेरी पहली फिल्म ‘धर्मवीर’ दो दोस्त की कहानी थी, उसके बाद ‘मुन्नीबाई नौटंकी’ वाली नायिका प्रधान फिल्म थी, ‘बृजवा’ एक खलनायक की कहानी थी, ‘मार देब गोली केहू ना बोली’ और अब ‘यादव पान भण्डार’. मेरी सभी फिल्मों के टाईटल और कांसेप्ट बहुत हटके होते हैं. सफलता का यही राज है, समाज के हर तबके मेरी फिल्म देखने को आती है। युवा, महिला चाहे हमारे बुजुर्ग, सभी मेरी फिल्मों को पंसद करते है एवं उनका भरपूर प्यार मिलता हैं, तो जिसके साथ समुचा समाज तो फिल्म वैसे ही हिट!
यादव पान भण्डार मेरी सभी फिल्मों की तरह मनोरंजन से भरपूर साफ सुथरी फिल्म है. जिसे आप अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं. इमोशन, रोमांस, हँसी, एक्सन, ड्ररामा, मारधाड़, नाच-गाना आदि जो भी दर्शकों को चाहिए होता है वह सब कुछ फिल्म के अन्दर है, फुल इंटरटेंमेंन्ट!
‘यादव पान भण्डार’ के बारे में आप बताईये?
यह फिल्म एक पान वाले की जिंदगी पर आधारित  कहानी है. हमारे मेगास्टार मनोज तिवारी जी यादव का किरदार निभा रहे हैं. मनोज तिवारी ने बेहतरीन अभिनय किया है. फिल्म की नायिका गुंजन पन्त हैं और हास्य सम्राट मनोज टाईगर हैं. खलनायक संजय पाण्डेय और अयाज खान हैं. बृजेश त्रिपाठी, सीपी भट्ट, नीलिमा सिंह, रीना रानी, विनोद मिश्रा, बालगोविन्द बंजारा सहित भोजपुरी के बहुत से कलाकार दर्शकों का मनोरंजन करेंगे. फिल्म के निर्देशक अजय कुमार है. इस फिल्म में बहुत अच्छा मैसेज है, जो फिल्म देखने के बाद पता चलेगा. जैसाकि आप जानते हैं हर कोई चाहे वह फिल्म निर्माता हो या कलाकार हो, वो अपनी अगली फिल्म में नयापन देने की कोशिश करता है, और मैंने भी वही कोशिश की है. मुझे उम्मीद है कि मेरी आई हुई सभी फिल्मों का रिकाॅर्ड यादव पान भण्डार तोड़ देगी.
फिल्म में ऐसा क्या है जो दर्शकों को बार-बार फिल्म देखने जाना पड़ेगा ?
मैंने इस फिल्म के निर्माण में बहुत मेहनत की है. फिल्म का गीत संगीत बहुत ही कर्णप्रिय है जिसको श्रोता बार-बार सुनना व देखना चाहेंगे. फिल्म के एक्शन सीन की चर्चा करने से पहले फाईट मास्टर शकील मास्टर जी को श्रद्धांजलि देना चाहूँगा. आज वो हमारे बीच नहीं रहे, अल्लाह उन्हें जन्नत दें. उन्होंने  यादव पान भण्डार में दर्शकों के मनोरंजन के लिए उम्दा और रोमांचक एक्शन दिया है.
पूरी फिल्म दर्शकों को बाँधकर रखेगी. बहुत सी चीजे हैं फिल्म में जिसे सिनेप्रेमी बार बार सिनेमाहाल में देखने के लिए जायेंगे.
जोरो की चर्चा है कि अब तक आपकी जितनी फिल्म आई है सबका कांसेप्ट और टाईटल आप देते हैं और आप अपनी अगली फिल्म का निर्देशन खुद करने वाले हैं, क्या यह बात सही है?  
इसके बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहूँगा. सुनने में तो मुझे भी आया है, कई लोग मुझसे भी पूछ चुके हैं मगर निर्देशक बनने का मेरा कोई ऐसा इरादा नहीं है. मैं फिल्म निर्माता ही बने रहना चाहता हूँ. फिल्म अच्छी बने और दर्शकों का पैसा वसूल हो, इसलिए मैं दर्शकों के लिए फिल्म बनाता हूँ. यही वजह है कि फिल्म के हर पहलु पर मैं बारीकी से ध्यान देता हूँ. मेरे कुछ करीबी हीरो हीरोइन हैं जो चाहते हैं कि मैं निर्देशन करूँ तो भविष्य में हो सकता है कि शौकिया तौर पर कोई फिल्म निर्देशित करूँ, परन्तु अभी कोई इरादा नहीं है.

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