मालिनी अवस्थी - (७)
45 वर्ष, लोक गायिका
भावपूर्ण गायन
मालिनी अवस्थी भारत में लोक संगीत की पहचान रही हैं। जब आप पारंपरिक लोक संगीत के बारे में सोचते है तो आपको मालिनी अवस्थी नजर आती हैं, लुप्त होती जा रही पारंपरिक लोक संगीत को नई ऊचाई पर ले जाने में उनका महत्वूर्ण योगदान है।
पद्म भूषण गिरिजा देवी जी की शिष्या, मालिनी आज बनारस घराने की अग्रणी ठुमरी गायकों में से एक हैं। मालिनी अपनी सुरीली एवं पावरफल अवाज के साथ एवं भावपूर्ण अदाओं के सुंदर संयोजन कर अपने गीत प्रस्तुत करती हैं, समान रूप से गजल और सूफी में निपुण, सुंदर लखनऊ और उत्तरप्रदेश की गंगा-जामुनी संस्कृति की याद दिलाती है मालिनी अवस्थी।
आलोचनाः
उनकी अपनी बहुत कम गाने और अलबम हैं!
45 वर्ष, लोक गायिका
भावपूर्ण गायन
मालिनी अवस्थी भारत में लोक संगीत की पहचान रही हैं। जब आप पारंपरिक लोक संगीत के बारे में सोचते है तो आपको मालिनी अवस्थी नजर आती हैं, लुप्त होती जा रही पारंपरिक लोक संगीत को नई ऊचाई पर ले जाने में उनका महत्वूर्ण योगदान है।
पद्म भूषण गिरिजा देवी जी की शिष्या, मालिनी आज बनारस घराने की अग्रणी ठुमरी गायकों में से एक हैं। मालिनी अपनी सुरीली एवं पावरफल अवाज के साथ एवं भावपूर्ण अदाओं के सुंदर संयोजन कर अपने गीत प्रस्तुत करती हैं, समान रूप से गजल और सूफी में निपुण, सुंदर लखनऊ और उत्तरप्रदेश की गंगा-जामुनी संस्कृति की याद दिलाती है मालिनी अवस्थी।
आलोचनाः
उनकी अपनी बहुत कम गाने और अलबम हैं!
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