मनोज तिवारी (3)
मनोज तिवारी के लिए 2014 राजनीतिक रूप से एक नया सवेरा लेकर
आया। एक बार राजनीतिक रूप से गोरखपुर से मात खाने के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली ने
उन्हें गले से लगा लिया और अपना सांसद बनाकर नरेन्द्र मोदी के कुनबे को मजबूति
प्रदान की।
बिहार के कैमुर जिला में स्थित भभुआ के अतरवलिया गाँव में 1
फरवरी 1971 को स्व. चन्द्रदेव तिवारी के घर जन्में मनोज तिवारी की प्रसिद्धि
लोक-गायिकी से हुई। फिर भोजपुरी फिल्म ससुरा बड़ा पइसा वाला ने उनको भोजपुरी
फिल्मी दुनिया में एक नयी बुलंदी पर पहुंचाया। वर्तमान में अभिनेता से नेता बने
मनोज तिवारी पर भोजपुरिया माटी के लोगन के आवाज संसद में उठाने की जिम्मेदारी है।
हालांकि नेता बनने के बाद मनोज तिवारी अपने लोगों के बीच देखे जा रहे हैं, यह
स्वभाव उन्हें आगे और उपलब्धि दिलायेगा।
आलोचना
मनोज तिवारी के
निर्णयों को दूसरे लोग प्रभावित कर देते हैं। इस बात को लेकर मनोज तिवारी के
शुभचिंतक परेशान रहते हैं। मनोज तिवारी यदि खुद का सुने तो वो ज्यादा बेहतर कर
सकते हैं।
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